शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार वास्तव में कंप्यूरों का नेटवर्क है जिस पर शेयर खरीदने और बेचने वाले अपने ब्रोकरों के द्वारा करते हैं जिनका उच्च श्रेणी के सॉफ्टवेयर द्वारा तीव्र गति से मिलान किया जाता है। भारत के प्रमुख शेयर बाजार हैं बंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज।यहां शेयर बाजार क्या है विस्तार से पढ़ें। साथ ही पढ़ें शेयर कैसे खरीदें।
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यह ब्लाग Share Market in Hindi होगा डम्मीस के लिये। यहां जानिये कैसे आप इन्फोसिस, रिलायन्स या एयरटेल में हिस्सेदार बन सकते हैं। क्या होते हैं राईट और बोनस शेयर। कैसे पढ़ें कंपनियों के तिमाही, छमाही और वार्षिक नतीजे। क्या होता है EPS और क्या होता है PE रेश्यो और इसका शेयर की कीमत पर क्या असर होता है।
शेयर बाज़ार के रिस्क को समझना
आपने कई इस तरह के किस्से सुनें होंगे कि कैसे कोई रातों रात शेयरों में पैसा लगा कर अमीर बन गया। आपने यह भी सुना होगा कि कैसे कोई कम्पनी का शेयर मल्टीबैगर था और कुछ ही समय में दो गुना, तीन गुना या कई गुना हो गया। इससे उलट यह भी सुना होगा कि कैसे कोई शेयर बाजार में निवेश कर के बहुत घाटे में आ गया। हमारा उद्देश्य होना चाहिए कि इस फ़ायदे और घाटे में संतुलन बना कर अपने निवेश पर ऐसा रिटर्न निरंतर प्राप्त कर सकें जिससे हमारा निवेश अधिक रिस्क में ना फँसे। तो जब हम इस ब्लॉग पर Share Market in Hindi के बारे में पढ़ेंगे तो यह भी सिखाने की कोशिश करेंगे कि कैसे अपने रिस्क को कम से कम कर सकते हैं।
What is Shares – शेयर क्या होता हैं ?
Share का अर्थ होता हैं -“हिस्सा” और स्टॉक मार्केट की भाषा में “शेयर” का मतलब हैं – “कंपनियों में हिस्सा”| जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो कंपनी के हिस्सेदार बन जाते हैं| उदाहरण के लिए अगर किसी कंपनी ने कुल 1 लाख शेयर Issue किये हैं और आपने उसमें से 10 हजार Shares खरीद लिए हैं तो आप उस कंपनी के 10% हिस्सेदार बन जाते हैं| आप जब चाहें तब इन शेयर्स को स्टॉक मार्केट में बेच सकते हैं|
शेयर मार्केट कैसे काम करता हैं ?
कंपनियां शेयर्स कैसे जारी (Issue) करती हैं ?
सर्वप्रथम कंपनियां अपने शेयर्स की स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग करवाकर IPO (Initial Public Offering) लाती है और अपने शेयर्स स्वंय द्वारा निर्धारित किये हुए मूल्य पर Public को Issue करती हैं| एक बार IPO पूरा हो जाने के बाद Shares, Market में आ जाते हैं और स्टॉक एक्सचेंज और ब्रोकर्स के माध्यम से निवेशकों द्वारा आपस में ख़रीदे और बेचे जाते हैं|
Shares के Prices कैसे बदलते हैं ?
सर्वप्रथम आईपीओ लाते वक्त शेयर्स के Price कंपनी निर्धारित करती हैं लेकिन एक बार आईपीओ पूरा हो जाने के बाद Shares का मूल्य निर्धारित करने में कंपनी का कोई Role नहीं होता और Shares के मूल्य स्वतन्त्र रूप से shares की Deemand और Supply के आधार पर Stock एक्सचेंज द्वारा निर्धारित किये जाते हैं|
अगर ख़रीदे जाने वाले Shares की तुलना में बेचे जाने वाले shares की संख्या कम होगी तो Shares के Price बढ़ेंगे और अगर बेचे जाने वाले Shares की तुलना में ख़रीदे जाने वाले Shares की संख्या कम होगी तो Share Price कम होगी|
शेयर मार्केट में रजिस्टर्ड होने के बाद कंपनियों को समय-समय पर सभी महत्वपूर्ण जानकारियां निवेशकों के साथ साझा करनी होती हैं और इसी जानकारियों के आधार पर निवेशक कंपनियों का मूल्यंकन करते हैं| इस मूल्यांकन के आधार पर शेयर्स की Deemand और Supply घटने-बढ़ने से Shares के Price Change होते हैं|
Sensex और Nifty क्या हैं ?
Sensex बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और Sensex का निर्धारण BSE में लिस्टेड टॉप 30 कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन (कंपनीयों का कुल मूल्य) के आधार पर किया जाता हैं|Sensex BSE की टॉप 30 कंपनियों के प्रदर्शन को प्रदर्शित करता हैं|अगर सेंसेक्स बढ़ता हैं तो इसका मतलब हैं कि BSE में रजिस्टर्ड अधिकांश कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं और इसी तरह अगर सेंसेक्स गिरता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि अधिकांश कंपनियों का प्रदर्शन ख़राब रहा हैं|
Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और इसका निर्धारण NSE में लिस्टेड टॉप 50 कंपनियों के के मार्केट कैपिटलाइजेशन (कंपनीयों का कुल मूल्य) आधार पर किया जाता हैं| अगर Nifty बढ़ता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि NSE में रजिस्टर्ड कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं और अगर Nifty घटता हैं तो इसका अर्थ यह हैं कि NSE की कंपनियों ने बुरा प्रदर्शन किया हैं|
शेयर खरीदते और बेचते समय इन बातों को ध्यान में रखे
1. पहले सीखें – First Learn
कभी भी बिना कुछ जाने समझे स्टॉक मार्केट में नहीं कूदना चाहिए। पहले शेयर बाजार को अच्छे से समझिये तब इसमें आइये।
सीखने के लिए अपने आप को समय दीजिये, business related newspaper को पढ़िए, कंपनियों के बिज़नेस प्लान को समझिये, balance sheet को पढ़ना सीखिए, P/E, EPS, ROEको अच्छे से जान लीजिये तब किसी Share Bazar में invest कीजिये।
2. Long Term Investment सबसे अच्छा
शेयर बाजार में आपको लंबे समय के लिए निवेश करना चाहिए। इससे मुनाफा होना निश्चित है। Intra-day Trading से कम समय में ज्यादा पैसे कमाये जा सकते है लेकिन इसमें रिस्क है। इससे आपको loss भी हो सकता है। इसलिए लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट ही करें।
3. उसी का खरीदे जिसे आप जानते और समझते है
शेयर बाजार में आप किसी भी कंपनी का शेयर खरीद सकते है, लेकिन आपको शुरुआत में उसी कंपनी का शेयर खरीदना चाहिए जिसे आप जानते है, यानि की दैनिक जीवन में जिसके products का उपयोग करते है।
जैसे की – मैगी, तेल, biscuit इत्यादि बनाने वाली कंपनी को आप ज्यादा समझ पायेंगे जबकि किसी Hardware Manufacturing, Software, Web Developing, वाली company को समझने में थोड़ा वक्त लगता है। जिस कंपनी का बिज़नेस आपको अच्छे से समझ में आये पहले उसी में इन्वेस्ट करें।
4. निश्चित मूल्य निर्धारित करें
शेयर बेचने के लिए हमेशा अपने शेयर का एक निश्चित मूल्य निर्धारित करें। जैसे की आपने किसी शेयर को 1000 हजार के भाव में ख़रीदा और उसके बेचने का एक टारगेट सेट कर दिया की जब इस share के भाव 1300 हो जायेंगे तब हम इसे बेच देंगे। आपके शेयर का भाव जैसे ही टार्गेट प्राइस पर पहुंचे आप उसे बेंच दें।
5. बहुत सारे शेयर एक साथ न खरीदें
एक तरह के कंपनी के बहुत सारे शेयर एक ही बार न खरीद ले। आपको कई अलग-अलग सेक्टर के कंपनियों के शेयर को थोड़ा-थोड़ा करके खरीदना चाहिए। आप अपने शेयर के लिमिट को साप्ताहिक या मासिक आधार पर बढ़ा सकते है।
6. अच्छी कंपनी को चुनें
आपको किसी ऐसी कंपनी के Equity(शेयर) को खरीदना चाहिए जो आर्थिक रूप से काफी मजबूत हो, साथ ही उसका मैनेजमेंट कैसा है ये भी देख लें। क्योंकि जो कंपनी आर्थिक रूप से पंगु होती है या फिर जो अपने मैनेजमेंट को लेकर परेशान रहती है उसके शेयर के वैल्यू कम होने के chances बढ़ जाते है।
7. Portfolio के लिए Risk Profile बनायें
स्टॉक एक्सचेंज में निवेश करना रिस्क भरा होता है, इसलिए आप अपना रिस्क प्रोफाइल जरूर बना लें। इसमें एक तरह से सुनिश्चित कर ले की आप कितना रिस्क ले सकते है।
ज्यादातर brokers आपको stop loss order का option देते है। इससे ये फायदा होता है की जैसे ही शेयर के भाव में गिरावट आने लगती है तब आपका शेयर ऑटोमेटिकली आपके ब्रोकर के द्वारा एक निश्चित मूल्य(particular price) पर बेच दिया जाता है। इससे आप नुकसान उठाने से बच जाते है।
8. Research और Planning करें
किसी भी कंपनी के शेयर को खरीदने के पहले या शेयर बाजार में पैसे लगाने से पहले रिसर्च और गहरी प्लानिंग कीजिये। बाजार पर नजर रखिये, आप जिस कंपनी के शेयर को खरीदना चाहते है, उसके पिछले रिकार्ड्स को देखिये, उसके मैनेजमेंट को देखिये, भविष्य में होनेवाले किसी राजनितिक और सामाजिक परिवर्तनों पर भी गौर कीजिये। बाजार के मंदी या तेजी को देखते रहिये।
9. Invest in Different Sectors
एक ही तरह के business में अपने सारे पैसे न लगाये। थोड़ा-थोड़ा करके आपको कई प्रकार के कंपनियों में अपने पैसे को लगाना चाहिये।
यदि आप एक ही company में अपने कमाई के पैसे को invest करेंगे तो हो सकता है की आपको कभी-कभी ज्यादा नुकसान या फिर ज्यादा लाभ हो जाये। ये कंपनी के profit and loss पर निर्भर करता है।
10. अतिरिक्त पैसों को ही निवेश में डाले
निवेश करते समय ये ध्यान में रखे की आप अपने बचत के अतिरिक्त पैसों को ही Stock Market में लगायें।
11. P/E Ratio(Price/Earning Ratio) – पि/ई अनुपात क्या है
पी/ई अनुपात यानि की आपकी कितनी कमाई होगी। इस पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरुरत होती है। P/E Ratio जानने के लिए आपको पहले EPS(Earning per Share) निकालना होगा। इसे नेट प्रॉफ़िट को शेयर्स की संख्या से भाग करके निकालते है।
मान लीजिये की एक कंपनी जिसका नाम AB है, के 1000 शेयर है और इसका नेट प्रोफिट 1 लाख है तो इस तरह से इसका एक शेयर पर कमाई यानि की EPS 100 रुपए होगा।
P/E निकालने के लिए Market Price को EPS से विभाजित(भाग) करते हैं। जैसे की किसी कंपनी AB का मार्केट प्राइस 500 रुपए और ईपीएस 100 रुपए है तो उसका P/E 5 रूपए होगा।
12. अपने Emotion को हावी न होने दे
शेयर मार्किट में नुकसान होने का डर और शेयर के भाव बढ़ने के बाद उसे टारगेट प्राइस के बाद भी बढ़ने देने का लालच आपको जोखिम में डाल सकता है। अतः अपने सूझ-बुझ से काम ले, लालच और डर से बिलकुल दूर रहें।
13. समय को हाथ से नही निकलने दे
ये एक ऐसी सलाह है जिसे यदि आप किसी financial planners से शेयर बाजार से संबंधित सलाह मांगेंगे तो सबसे पहले देंगे। शेयर की खरीद-बिक्री के दौरान आपको बिल्कुल time waste नही करना चाहिये।
यदि आपका शेयर target price पर पहुँच गया है, तब उसे जल्दी से बेंच दे। शेयर के भाव और बढ़ने का इंतजार न करें। और यदि आपके शेयर के भाव घट रहे है तब ये इन्तजार न करे की कुछ समय बाद इसके भाव फिर बढ़ेंगे। ऐसा करने से नुकसान कम होता है।
Shares कैसे खरीदें ?
इन सभी नियमों को ध्यान में रखकर जब आप Stock Market में Invest करने का निर्णय ले लेते हैं तो आपका अगला कदम शेयर बाज़ार में निवेश प्रक्रिया को शुरू करना हो सकता है। इसके लिए सबसे पहले आपको किसी Stock Broker के साथ Trading और Demat Account खोलना होता है।
Demat Account क्या हैं
जिस तरह बैंक अकाउंट में रूपये जमा कर सकते हैं उसी तरह Demat Account में आपके निवेश से संबंधी सभी Securities जैसे Share, Bonds, Government Securities, Mutual Funds आदि को Electronic Form में Store किया जाता हैं।
Trading Account क्या हैं
Trading Account का उपयोग आपके शेयर व्यवसाय में Share Sell and Purchase करने के काम आता है। यह Account आप किसी अच्छे Broker के पास खोल सकते हैं और ऑनलाइन सुविधा होने के कारण आप इस अकाउंट की सहायता से कभी भी शेयर्स खरीद और बेच सकते हैं।
How to Open Demat Account and Trading Account
Demat Account और Trading Account को खोलने के लिए आपको अपने बैंक से KYC करवाने की जरूरत होती है। एक प्रकार से यह खाता आपके फंडस को मेनेज करता है जिसमें शेयर्स और फंड यूनिट आदि की खरीद से संबन्धित सारी जानकारी होती है। इस Account को आप बैंक से उसी प्रकार खोल सकते हैं जैसे आप किसी बैंक से सामान्य खाता खोलते हैं। Demat और Trading Account खोलने के लिए आपको जिन डोक्यूमेंट्स की जरूरत होगी, वो इस प्रकार हैं:
- पैन कार्ड: किसी भी डीमैट या ट्रेडिंग एकाउंट खोलने के लिए आपको इसकी बहुत जरूरत है क्यूंकी इसके बिना आप कोई भी एकाउंट नहीं खोल सकते हैं। इसलिए एक Attested Photocopy of Pan Card सबसे पहला और जरूरी दस्तावेज़ है।
- फोटो: आपकी दो लेटेस्ट पासपोर्ट साइज़ की फोटो आपके पास होनी चाहिएँ।
- एड्रेस प्रूफ: आपके निवास स्थान का प्रूफ देने के लिए आप आधार कार्ड का प्रयोग कर सकते हैं।
- कैंसल चैक: आपके पास आपका नाम लिखा हुए कैंसल चेक होना चाहिए। यदि आपके पास यह नहीं है तो घबराएँ नहीं, पिछले छह माह की Bank Statement भी आपकी समस्या का हल कर सकती है।
- आय का प्रमाण पत्र: अपनी Income Proof देने के लिए आप या तो अपनी Latest Salary Slip लगा सकते हैं या फिर 6 महीने की बैंक स्टेटमेंट भी लगा सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप यहाँ पर Latest Form 16 या Income Tax Return की कॉपी भी लगा सकते हैं।
इन सभी दस्तावेज़ों को जमा करते समय इस बात का ध्यान रखें इन सभी प्रमाण पत्रों में आपका नाम सही और स्पष्ट लिखा हो और एक ही तरीके से लिखा हो। इसके अलावा आप Account खुलवाते समय इन सभी दस्तावेजों की Photostat Copy लगाते हैं, लेकिन अपने पास इनकी Original Copy भी रखें जो किसी भी समय वेरिफिकेशन के लिए मांगी जा सकती है। Demat Account या Trading Account को खोलते समय आप जिन कागजों पर हस्ताक्षर करते हैं उन पर लिखे गए नियमों और निर्देशों को आप ध्यान से पढ़ जरूर लें। Demat Account से सम्बंधित Detailed जानकारी के लिए इस गाइड को पढ़ें:
स्टॉक मार्केट में निवेश कैसे करे ?
Stock Market में निवेश करने के लिए आपको स्टॉक मार्केट में लिस्टेड कंपनी के स्टॉक खरीदने होंते है, और कोई भी स्टॉक खरीदने या बेचने के आप डायरेक्ट स्टॉक मार्केट में नहीं जा सकते,
आपको कोई भी शेयर खरीदने और बेचने के लिए एक स्टॉक ब्रोकर की जरुरत होती है, स्टॉक ब्रोकर के माध्यम से ही आप स्टॉक मार्केट से कोई भी शेयर खरीद और बेच सकते है,स्टॉक ब्रोकर वह महत्वपूर्ण कड़ी होता है, जो इन्वेस्टर को स्टॉक मार्केट तक पहुचाता है,
अब जब आप समझ चुके है कि आपको स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए एक स्टॉक ब्रोकर की जरुरत है, ऐसे में जब भी आप किसी स्टॉक ब्रोकर के पास जाते है, तो स्टॉक ब्रोकर के पास आपके दो अकाउंट खोले जाते है-
१. DEMAT ACCOUNT
२. TRADING ACCOUNT
और आप जैसे ही आप किसी स्टॉक ब्रोकर के पास DEMAT और TRADING अकाउंट खोल लेते है, फिर उसके बाद आप आसानी से कोई भी शेयर खरीद और बेच सकते है,
स्टॉक मार्केट में शेयर खरीदना और उसे बेच कर लाभ कमाने को ही INVESTING IN STOCK MARKET कहा जाता है,
और इस तरह शेयर खरीदने के लिए,
आपको TRADING ACCOUNT की हेल्प से आप अपनी इक्क्षानुसार जिस भी कंपनी के जितने शेयर खरीदना चाहते है, उतने शेयर खरीदने के लिए आप अपने स्टॉक ब्रोकर के दिए गए सुविधानुसार TRADING PLATFORM का इस्तेमाल करके स्टॉक ब्रोकर के पास अपना आर्डर PLACE करना होता है, अगर आपके ट्रेडिंग अकाउंट में शेयर खरीदने के लिए जरुरी रकम उपलब्ध है, तो आपका आर्डर VALID ORDER मानते हुए, स्टॉक ब्रोकर आपके आर्डर को स्टॉक मार्केट तक तुरन्त ही पंहुचा देता है, और कुछ ही सेकंड्स में आपके पास वो शेयर मिल जाते है,
ख़रीदे गए शेयर आपके DEMAT ACCOUNT में जमा हो जाते है,
और जब आपको शेयर बेचना होता है,
तो आप जो भी शेयर बेचना चाहते है, उस शेयर की उतनी QUANTITY बेचने का आर्डर आप स्टॉक ब्रोकर का TRADING PLATFORM का इस्तेमाल करके स्टॉक ब्रोकर के पास PLACE कर सकते है, और स्टॉक ब्रोकर आके आर्डर को तुरंत ही स्टॉक मार्केट तक पंहुचा देता है,
और अगर स्टॉक मार्केट में शेयर की मांग यानी डिमांड होने पर कुछ ही सेकंड्स में आपके शेयर बिक जाते है,
साथ ही साथ आपको ये भी याद रखना चाहिए कि स्टॉक मार्केट इन्वेस्टमेंट एक Risk भरा इन्वेस्टमेंट है, इसलिए स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने से पूर्व आप नीचे बताई गई बातो पर भी जरुर ध्यान दे –
POINTS TO NOTE BEFORE INVESTING IN STOCK MARKET
- स्टॉक मार्केट की Basics को सीखे
- आप स्टॉक मार्केट में निवेश के पीछे के investment goals को भी समझे,
- आप अपने स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट पे रिस्क उठाने की क्षमता को समझे
- आप अपना खुद का investing style और strategy तैयार करे
- आप स्टॉक का वास्तविक मूल्य Fundamental की मदद से जरुर समझे
- आप एक ऐसा स्टॉक ब्रोकर चुने, जो कम फ़ीस में बेहतर सेवा दे
- आप उसी कंपनी का स्टॉक ख़रीदे, जिसका बिज़नस आपको समझ आता हो,
- स्टॉक मार्केट को एक बिज़नस की तरह समझे
- स्टॉक मार्केट में निवेश करते समय भावनाओ पर नियंत्रण रखे
- आपने जिन स्टॉक में निवेश किया है, उन पर रेगुलर नजर रखे
- स्टॉप लोस को समझे और उसका पालन करे
- मनी मैनेजमेंट और रिस्क और रिवॉर्ड को समझे और उसका बेहतर इस्तेमाल करे
Stock Market Investment क्यों करे ?
स्टॉक मार्केट को जुए की तरह समझ कर निवेश ना करे –
हमें स्टॉक मार्केट को किसी तरह से जुए के रूप में बिलकुल नहीं देखना चाहिए,
स्टॉक मार्केट एक Systematic पूंजी बाजार है, अगर कोई Sock Market Investment, इस लिए करना चाहता है कि वो रातो-रात बहुत सारा पैसा कमा ले, तो उसे इस बात को जरुर समझना चाहिए, कि स्टॉक मार्केट से रातोरात पैसे नहीं बनाया जा सकता, और जो लोग ऐसा करने की कोशिस करते है, वे लोग अक्सर कुछ बड़े Loss उठाते है,और वो पूरी तरह टूट जाते है,
ऐसे में अगर आप “Stock Market Investment” इसलिए करना चाहते है, ताकि आप फटाफट पैसे कमा ले, तो बेहतर है, आप इस से दूर रहे, वरना आपकी पूंजी डूबते देर नहीं लगेगी,
B) STOCK MARKET INVESTMENT IS A BUSINESS
बिज़नस की तरह समझ कर शुरू करे –
एक आम आदमी के लिए, स्टॉक मार्केट, बाहर से सट्टा बाजार लगता है, लेकिन स्टॉक मार्केट एक कम्पलीट बिज़नस की तरह है, और जिस तरह एक अच्छे बिज़नस मैन को पता है कि, किसी बिज़नस में सफलता रातो रात नहीं पायी जा सकती है,
ठीक उसी तरह से Stock Market Investment में हमें रातो रात सफलता नहीं मिलती,बिज़नस की तरह ही स्टॉक मार्केट में सफलता के लिए हमें, एक योजना (Business Plan) बना कर और निश्चित रिस्क (Calculated Risk) उठाते हुए निवेश करने की आवश्यकता होती है,
एक और ध्यान देने वाली बात कि, जिस तरह बिज़नस में अलग अलग तरीको से लाभ कमाने के गुण हमें हमेशा सीखते रहने होते है, उसी प्रकार स्टॉक मार्केट से लाभ कमाने के लिए हमें हमेशा लगातार स्टॉक मार्केट से सम्बंधित नए और पुरानी बाते और तकनीके सिखने की जरुरत होती है,
इसलिए अगर आप बिज़नस में रूचि रखते है, और स्टॉक मार्केट को बिज़नस समझकर, उस से लाभ कमाने की आशा रखते है, तो आप को Stock Market Investment करना चाहिए,
C) स्टॉक मार्केट, किसी भी अन्य निवेश से बेहतर लाभ दे सकता है,
वैसे तो Stock Market Investment में काफी उतार चढाव (Volatility) देखने को मिलता है,लेकिन स्टॉक मार्केट ने अभी तक निवेश के सभी अन्य बिकल्पो जैसे बैंक डिपाजिट, Bond और Mutual fund, GOLD (सोना) और Real Estate (जमींन,घर, दुकान) से बेहतर लाभ दिया है,
हालाँकि, स्टॉक मार्केट से सिर्फ लाभ होगा, इस बात की कोई गारंटी नहीं दी जा सकती है,
स्टॉक मार्केट निवेश, एक एक्टिव निवेश है, जिसमे आपको हमेशा इस बात का ध्यान रखना होता है, आपको अपने सौदे से किस वक्त बाहर निकलना (Exit) है, और किस वक्त प्रवेश (Entry) करना है,
इसलिए अगर आप एक निवेशक के रुप में, अपने रिस्क पर, निवेश करना चाहते है, ताकि आप, अपने पोर्टफोलियोपर बेहतर लाभ कमा सके, तो आपके लिए स्टॉक मार्केट इन्वेस्टमेंट बेहतर विकल्प हो सकता है,
D) COMPOUNDING GROWTH का लाभ
आपको जिस दिन POWER OF COMPOUNDING और LONG TERM INVESTMENT के लाभ समझ में आ जाएंगे, उस दिन से, आप अपने निवेश से बेहतर लाभ कमाने के विकल्प के तौर पे, स्टॉक मार्केट में अपने निवेश पोर्टफोलियो का, एक हिस्सा जरुर इन्वेस्ट करना चाहेंगे,
ताकि, आप अपने निवेश पर, REGULAR और बेहतर लाभ कमा पाएं, और POWER OF COMPOUNDING का लाभ उठा सके,
अगर शोर्ट में Power of compounding के बारे में बात की जाये, तो आप इसे एक छोटे से, उदहारण से समझ सकते है –
10000 रूपये, जो की निवेश के लिए बहुत बड़ी रकम नहीं है, फिर भी सिर्फ उस 10 हजार रूपये के छोटे से निवेश सेआप 30 साल में 10 करोड़ बना सकते है,
और 10 हजार को 30 साल में 10 करोड़ बनाने के लिए, आपको ज्यादा कुछ नहीं बस अपने 10 हजार के निवेश को 36% Compound Growth के साथ निवेश करना होगा,
और आप सभी को पता होगा, कि 36% वार्षिक ग्रोथ, के लिए Stock Market Investment ही बेहतर विकल्प है,
अगर आपको 36% वार्षिक ग्रोथ ज्यादा लग रहा है, तो स्टॉक मार्केट से हर महीने 3% का लाभ शायद उचित लगे,
और अगर आप हर महीने 3% का औसत लाभ कमाते है, तो वार्षिक रूप से 36% ही होता है,और इस तरह, अनुशाषित रूप से, 10 हजार रुपए को, 30 साल तक, 36 % की दर से, अगर निवेशित रखा गया तो, आपका 10 हजार, 30 साल बाद 10 करोड़ बन सकता है,
E) MINIMUM INVESTMENT MONEY HAS NO LIMIT
स्टॉक मार्केट निवेश के लिए कोई न्यूनतम रकम की कोई सीमा नहीं है
आप स्टॉक मार्केट इन्वेस्मेंट इसलिए भी शुरु कर सकते है, कि इसमें किसी तरह की निवेश की कोई छोटी या बड़ी सीमा नहीं है, आप छोटी से छोटी रकम, के साथ भी Stock Market Investment शुरू कर सकते है,
कोई भी बिज़नस, या किसी तरह के अन्य निवेश के लिए, आपको एक निश्चित मात्रा में पैसे की आवश्यकता, होती है, लेकिन Stock Market Investment में आपको, किसी तरह की ,मिनिमम निवेश की रकम की कोई सीमा नहीं है,
आप जितने चाहे, उतने पैसो के साथ स्टॉक मार्केट निवेश शुरू कर सकते है,
इसलिए अगर आप एक बिज़नस की तरह, स्टॉक मार्केट में निवेश करना चाहते है, तो आपको निवेश करना चाहिए
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